हास्य कहानी
दोस्तों में राहुल शर्मा आप को एक मनोरंजक़ कहानी सुनाऊँगा। एक बार काशी प्रसाद नाम का एक व्यक्ति ट्रैन द्धारा से अपने गाँव से हनुमानगढ़ जा रहा था । रास्ते में जाते समय उनकी कुछ खाने की इच्छा होती है । तो वो एक पकोड़ी वाले से पकोड़ी ले लेते है । । पकोड़ी खाने के कुछ समय पश्चात उनका पेट ख़राब हो जाता है । इस कारन उन्हें दीर्घशंका जाना पड़ता है । काशी प्रसाद अपनी शंका मिटाने के लिए नीचे उतरते और दीर्घशंका करने लगते है । इतनी देर में ट्रैन के गार्ड ने सिटी बजा देता है । और ट्रैन चल पड़ती है । और काशी प्रसाद की ट्रैन निकल जाती है । और इस कारन काशी प्रसाद जी को पूरी रात जंगल में बितानी पड़ती है । इस से काशी प्रसाद जी बहुत आहत होते है और उन्होंने रेलवे विभाग को अपनी दुख भरी कहानी का एक पत्र लिखते है । और इस के बाद ट्रेनों में टॉयलेट की शुरुआत हो गयी ।अगर आप को मेरी कहानी पसंद आयी तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताये ।
कहानी की किताब
हास्य कहानी
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